ज्योतिष शास्त्र में सबसे बड़ा सवाल जो हर मांगलिक व्यक्ति के मन में आता है, वो है- मंगल दोष कितने साल तक रहता है? क्या यह जीवन भर का प्रभाव है, क्या इसकी अवधि सीमित है? इस प्रकार के कई सवाल व्यक्ति के मन में आते है। यदि आप भी इस सवाल का जबाव जानना चाहते है तो आज ही उज्जैन के अनुभवी पंडित जी से अपनी कुंडली की जांच कराएँ और इस समस्या का समाधान पाएँ।
मंगल दोष की कोई निश्चित सालों की अवधि नहीं है, बल्कि यह ग्रह दशाओं और जीवन की परिस्थितियों पर निर्भर करता है। उचित ज्योतिषीय मार्गदर्शन और सही पूजा-पाठ से इसके प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। दोष के प्रभाव को शांत करने के लिए आज ही उज्जैन में मंगल दोष पूजा कराएँ और इस दोष से मुक्ति पाएँ।
मंगल दोष की अवधि कितनी है? क्या ये दोष सीमित समय तक रहता है?
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को ऊर्जा, साहस, भूमि और वैवाहिक जीवन का स्वामी माना गया है। जब यह ग्रह अशुभ स्थिति में आता है तो इसे मंगल दोष या मांगलिक दोष कहा जाता है। बहुत से लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि मंगल दोष कितने साल तक रहता है? इसका उत्तर सीधा नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति की जन्म कुंडली, ग्रह दशा और योगों पर निर्भर करता है।
कुछ ज्योतिषी मानते हैं कि मंगल दोष का प्रभाव 28 वर्ष की आयु तक रहता है, जबकि अन्य इसे जीवन भर प्रभावी मानते हैं। निम्नलिखित द्वारा जाने दोष की सही अवधि:
1. 28 वर्ष की आयु तक मंगल दोष का प्रभाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह का प्रभाव व्यक्ति की युवावस्था में सबसे अधिक प्रबल होता है। कई पंडितो का मानना है कि 28 वर्ष की आयु तक मंगल दोष का प्रभाव अधिक तीव्र होता है, क्योंकि यह समय मंगल ग्रह की परिपक्वता का होता है। इस अवधि में:
- विवाह संबंधी समस्याएँ अधिक देखी जाती हैं।
- क्रोध, तनाव, और स्वास्थ्य समस्याएँ प्रबल हो सकती हैं।
- करियर और आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
28 वर्ष के बाद क्या? 28 वर्ष की आयु के बाद मंगल दोष का प्रभाव कम होने लगता है, क्योंकि व्यक्ति की परिपक्वता और जीवनशैली में बदलाव आता है। यदि मंगल दोष बहुत प्रबल हो (जैसे मंगल सप्तम या अष्टम भाव में हो), तो इसका प्रभाव जीवन भर रह सकता है, जब तक कि उचित निवारण न किया जाए। उज्जैन में मंगल दोष पूजा ही इसका सटीक और प्रभावी उपाय है।
2. मंगल दोष की तीव्रता पर निर्भरता
मंगल दोष की अवधि और प्रभाव, कुंडली में मंगल की स्थिति और अन्य ग्रहों के संयोग पर निर्भर करते हैं। उदाहरण के लिए:
- कमजोर मंगल दोष: यदि मंगल गुरु, शुक्र, या चंद्रमा के प्रभाव में हो, तो इसका प्रभाव कम हो सकता है।
- प्रबल मंगल दोष: यदि मंगल राहु या शनि के साथ युति बनाए, तो इसका प्रभाव अधिक लंबा और तीव्र हो सकता है।
- मांगलिक और मांगलिक का विवाह: यदि दोनों पति-पत्नी मांगलिक हों, तो मंगल दोष का प्रभाव स्वतः कम हो जाता है।
3. ज्योतिषीय दशा और गोचर का प्रभाव
मंगल दोष की अवधि मंगल की दशा और गोचर पर भी निर्भर करती है। मंगल की महादशा (7 वर्ष) या अंतरदशा के दौरान इसका प्रभाव अधिक प्रबल हो सकता है। इसके अलावा, मंगल का गोचर (हर 45 दिन में राशि परिवर्तन) भी दोष के प्रभाव को बढ़ा या घटा सकता है। अधिक जानकारी के लिए उज्जैन के योग्य पंडित हरिओम शर्मा जी से संपर्क करें।
4. धार्मिक और वैदिक उपायों से दोष के प्रभाव में कमी
मंगल दोष का प्रभाव वैदिक पूजा, मंत्र जाप, और उपायों के माध्यम से कम किया जा सकता है। विशेष रूप से उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में की जाने वाली मंगल भात पूजा मंगल दोष को पूरी तरह शांत करने में सक्षम है, जिससे इसकी अवधि और प्रभाव को सीमित किया जा सकता है।
मंगल दोष जीवन में कब तक असर करता है?
- शादी तक – बहुत से मामलों में माना जाता है कि मंगल दोष का असर केवल विवाह तक सीमित होता है।
- विवाह के बाद भी – यदि दोष गहरा है, तो यह दांपत्य जीवन, स्वास्थ्य और वित्तीय स्थिति पर असर डाल सकता है।
- विशेष दशाओं में – जब मंगल महादशा चल रही हो, तब इसके प्रभाव ज्यादा तीव्र होते हैं।
क्या मंगल दोष कुंडली में जीवनभर रहता है?
नहीं, यह एक बात सत्य नहीं है। मंगल दोष जीवनभर सक्रिय नहीं रहता।
- यह केवल ग्रह दशाओं और गोचर के समय अधिक प्रभाव डालता है।
- विवाह, विशेष पूजा और दान जैसे उपाय इसे कम या निष्क्रिय कर सकते हैं।
- कई मामलों में 28 साल की उम्र के बाद इसका असर कम होने लगता है।
मंगल दोष कम करने के उपाय कौन-कौन से है?
- मंगलनाथ मंदिर उज्जैन में पूजा
- हनुमान जी और भगवान कार्तिकेय की उपासना
- मंगलवार का व्रत और लाल वस्त्र/लाल मसूर दान
- मंगल बीज मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र का जाप
उज्जैन में मंगल दोष पूजा बुकिंग कैसे करें?
यदि आपकी कुंडली में मंगल दोष है, और आप इसके निवारण का उपाय जानना चाहते है तो सबसे अच्छा और प्रभावशाली उपाय है उज्जैन के अनुभवी पंडित से परामर्श लें और उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर में विधिपूर्वक पूजा कराएँ। अधिक जानकारी के लिए नीचे दिये गए नंबर पर कॉल करें।